जया एकादशी व्रत का पारण आज ? यहां देखें शुभ मुहूर्त और पारण की सही विधि

जया एकादशी व्रत का पारण आज ? यहां देखें शुभ मुहूर्त और पारण की सही विधि

नयी दिल्ली :हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व माना जाता है, जो कि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित मानी जाती है. हर माह में पड़ने वाली एकादशी का अपना अलग नाम और महत्व होता है.

माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर जया एकादशी का व्रत रखा गया। कल यानी 8 फरवरी को जया एकादशी का व्रत रखा गया. धार्मिक मान्यता है कि जया एकादशी का व्रत रखने भगवान विष्णु के साथ ही मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है.

ऐसा माना जाता है कि जया एकादशी के व्रत से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और जीवन का हर कष्ट दूर हो जाता है. इसके अलावा, जया एकादशी का व्रत पापों से मुक्ति पाने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है. अगर आप भी जया एकादशी का व्रत रख रहे हैं, तो चलिए आपको बताते हैं कि जया एकादशी व्रत का पारण कब है और जया एकादशी व्रत का पारण कैसे करना चाहिए.

*जया एकादशी व्रत का पारण कब है?*

जया एकादशी व्रत का पारण का समय 9 फरवरी की सुबह 7 बजकर 4 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 17 मिनट तक है. इस शुभ मुहूर्त में जया एकादशी का व्रत खोला जा सकता है.

एकादशी व्रत का पारण कैसे करें?

एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर सूर्योदय के बाद करना चाहिए. एकादशी पारण के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए. एकादशी का व्रत खोलने के बाद दान करना शुभ माना जाता है. एकादशी का व्रत खोलने की विधि नीचे बताई गई है-

द्वादशी तिथि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.

भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें.पूजा के दौरान घी का दीपक जलाएं.भगवान को फल, मिठाई, तुलसी के पत्ते, पंचामृत और सूखे मेवे चढ़ाएं.हाथ जोड़कर पूजा में हुई गलती के लिए क्षमा याचना करें.पूजा के दौरान ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें.

आरती से पूजा का समापन करें.

प्रसाद का सभी में वितरण करें.

जरूरतमंदों को अन्न का दान करें.

घर के बड़ों का आशीर्वाद लें.

व्रत पारण में सबसे पहले चावल खाएं.

चावल खाने के बाद ही अन्य सात्विक चीजें खाएं.

ऐसा माना जाता है कि इस विधि से एकादशी व्रत का पारण करने से ही व्रत का पूरा फल मिलता है.

एकादशी व्रत का पारण किस चीज से करना चाहिए?

एकादशी व्रत का पारण सात्विक भोजन करके ही करना चाहिए. एकादशी व्रत पारण के लिए चावल, दूध, मेवे, दही, शहद, पनीर, घी वगैरह खाए जा सकते हैं. एकादशी व्रत का पारण फलाहार के साथ भी किया जा सकता है.

एकादशी व्रत का पारण क्या खाकर करें?

एकादशी व्रत के पारण में इन चीजों का सेवन करना चाहिए

आंवला
तुलसी
सेम
गाय का घी
मिठाई
चावल
खीर
फल
दूध से बनी चीजें
सेम की सब्जी
सूखे मेवे
एकादशी व्रत के पारण में इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए
बैंगन
मूली
बैंगन
साग
मसूर दाल
लहसुन-प्याज
तामसिक भोजन

एकादशी व्रत के पारण नियम

एकादशी व्रत खोलने से पहले अन्न या किसी भी चीज का दान जरूर चाहिए.
एकादशी व्रत खोलने के बाद सबसे पहले तुलसी का पत्ता खाना चाहिए.
एकादशी व्रत पारण वाले दिन सात्विक भोजन खाना चाहिए.
एकादशी व्रत पारण वाले दिन भगवान को भोग लगाने के बाद ही खुद खाना चाहिए.
एकादशी व्रत के पारण के बाद चावल अवश्य खाना चाहिए.
एकादशी व्रत का पारण पंचांग में बताए गए शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए.
एकादशी व्रत पारण में नमक और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए.
एकादशी व्रत खोलने के बाद चावल का दान करना शुभ माना जाता है.

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